अल्मोड़ा। ऐतिहासिक कलेक्ट्रेट भवन मल्ला महल को हैरिटेज स्थल के रूप में विकसित किये जाने के उद््देश्य से उसमें किये जाने वाले पुनर्निर्माण कार्यों की शुरुआत आज श्री राम शीला मंदिर में पूजन एवं विधि विधान के साथ जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने की। उन्होंने कहा कि पौराणिक राम मंदिर एवं इसके बाहर लगाई गयी रैलिंग आदि को हटाकर इसे पुराने स्वरूप में लाया जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि कलेक्ट्रेट को यहां से स्थानान्तरित करने के पश्चात मल्ला महल एवं रानीमहल के पुनर्निर्माण कार्यों को प्रारम्भ किया जायेगा। अभी राम शीला मन्दिर का पुनर्निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि यहां पर पर्यटकों हेतु एक म्यूजियम, कुमांउनी कैफे, आर्ट गैलरी, आदि भी विकसित की जायेगी। उन्होंने कहा कि संास्कृतिक नगरी अल्मोड़ा हेतु यह अपने आप मे एक विशिष्ट महत्व का स्थान है इस बात को ध्यान में रखते हुये इसे पर्यटकों के हब के रूप में विकसित किया जायेगा। कुमाऊंनी व्यंजनों पर आधारित कैफे में स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ पर्यटकों द्वारा लिया जायेगा। इसके साथ ही पारम्परिक कुमाऊंनी बाखली का भी निर्माण किया जाएगा ताकि यहां पर लोगों को पूर्ण कुमाऊंनी संस्कृति की झलक देखने को मिले।
उन्होंने कहा कि इस कार्य के अनुश्रवण हेतु आयुक्त कुमाऊं मण्डल की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया है जिसमें स्थानीय लोगों को भी शामिल किया गया है। यह समिति कलेक्ट्रेट भवन में होने वाले पुनर्निर्माण एवं पर्यटन की दृष्टि से हैरिटेज स्थल के रूप में विकसित किये जाने वाले कार्यों हेतु अपने सुझाव देने के साथ ही प्रभावी अनुश्रवण करेगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, समिति के सदस्य जयमित्र बिष्ट, मुक्ति दत्ता, पर्यटन विकास परिषद की आर्किटेक्ट स्वाति राय, शीला तिवारी, दिनेश चन्द्र आदि उपस्थित थे।
